Bihar में पलटी हुई बाजी! राजद के 3 विधायक पलटे, सत्ता में रहे नीतीश, लेकिन…

Floor Test Bihar: बिहार विधानसभा में आज (12 फरवरी) मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(CM Nitish Kumar) के नेतृत्व वाली NDA सरकार का बहुमत परीक्षण हुआ। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया, जिसमें NDA को झटका लगा।

क्या हुआ?

  • राजद के तीन विधायकों ने पाला बदला: नीलम देवी (मोकामा), चेतन आनंद (शिवहर), और प्रह्लाद यादव (सूर्यगढ़ा) ने NDA के पक्ष में वोट डाला।
  • NDA को बहुमत नहीं मिला: 130 विधायकों का समर्थन होना चाहिए था, लेकिन केवल 125 विधायकों ने NDA के पक्ष में वोट डाला।
  • विपक्ष को भी झटका: 114 विधायकों का समर्थन होने के बावजूद, विपक्ष के पक्ष में केवल 112 विधायकों ने वोट डाला।
  • अविश्वास प्रस्ताव असफल: विजय कुमार चौधरी विधानसभा अध्यक्ष बने रहे।

किस पक्ष के साथ कौन गया?

  • NDA: भाजपा (77), जदयू (44), हम (4), निर्दलीय (2) + राजद के 3 विधायक (नीलम देवी, चेतन आनंद, प्रह्लाद यादव) = 130
  • विपक्ष: राजद (76), कांग्रेस (19), सीपीआई(एमएल) (12), सीपीआई (2), सीपीआईएम (2), एआईएमआईएम (1) = 114

बहुमत परीक्षण में क्या हुआ?

  • NDA ने 131 वोट हासिल किए, जो बहुमत से एक अधिक है।
  • नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का दावा किया।

इस घटना का क्या मतलब है?

  • NDA के लिए यह एक झटका है, क्योंकि उन्हें विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में बहुमत नहीं मिला।
  • यह विपक्ष के लिए भी एक झटका है, क्योंकि वे अविश्वास प्रस्ताव पारित नहीं करा पाए।
  • यह दर्शाता है कि बिहार में राजनीतिक स्थिति अस्थिर है और किसी भी दल के पास स्पष्ट बहुमत नहीं है।

आगे क्या होगा?

  • यह देखना बाकी है कि नीतीश कुमार सरकार कितने समय तक टिक पाएगी।
  • विपक्ष नीतीश कुमार सरकार को गिराने के लिए नए सिरे से रणनीति बना सकता है।
  • बिहार में राजनीतिक उथल-पुथल जारी रहने की संभावना है।

यह घटना बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह देखना होगा कि इस घटना का राज्य के भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।

अन्य महत्वपूर्ण बातें:

  • विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा विधायक सुशील मोदी ने NDA उम्मीदवार विजय कुमार चौधरी का नामांकन किया।
  • राजद ने विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव का बहिष्कार किया।
  • नीतीश कुमार ने कहा कि NDA सरकार बिहार के विकास के लिए काम करती रहेगी।

यह घटना बिहार की राजनीति में एक नया तूफान ला सकती है।

Also Read:

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *