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Surya Grahan 2024 Time : सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल 2024 का समय क्या है, क्या होगा इसका ज्योतिष प्रभाव

आध्यात्मिक और ज्योतिष विज्ञान में ग्रहण का विशेष महत्व माना जाता है। 8 अप्रैल 2024 को लगने वाला पूर्ण सूर्य ग्रहण एक दुर्लभ खगोलीय घटना है, जो 54 साल बाद घटित हो रही है। यह ग्रहण भारत सहित उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और एशिया के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। आइए, इस लेख में हम इस ग्रहण के समय, ज्योतिषीय प्रभावों और उन सावधानियों के बारे में विस्तार से जानें जिनका पालन करना चाहिए।

Surya Grahan 2024 Time

ग्रहण का समय (Today Surya Grahan 2024 Time)

साल का पहला सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार रात 9:12 मिनट से शुरू हो जाएगा जो कि रात 2:30 मिनट तक चलेगा ।

ज्योतिषीय प्रभाव

सूर्य ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है, लेकिन कुछ राशियों पर इसका विशेष प्रभाव रहता है। आइए, विभिन्न राशियों पर पड़ने वाले प्रभावों को ज्योतिषीय दृष्टिकोण से समझते हैं।

जल राशि (मीन, कर्क, वृश्चिक)

सूर्य ग्रहण का यह आगामी चरण मीन राशि में घटित हो रहा है, जो एक जल राशि है। चतुर्ग्रही योग का निर्माण हो रहा है, क्योंकि ग्रहण के समय सूर्य, बुध, राहु और शुक्र सभी मीन राशि में विराजमान होंगे। जल राशियों के जातकों के लिए (मीन, कर्क, वृश्चिक) यह ग्रहण भावनात्मक उथल-पुथल और अंतर्मुखी होने की ओर संकेत करता है। आध्यात्मिक कार्यों और ध्यान में रुचि बढ़ सकती है।

अग्नि राशि (मेष, सिंह, धनु)

अग्नि राशियों (मेष, सिंह, धनु) के जातकों को इस ग्रहण के दौरान ऊर्जा और उत्साह में कमी का अनुभव हो सकता है। क्रोध और आवेश में वृद्धि भी संभव है। महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले सावधानी बरतें और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।

वायु राशि (मिथुन, तुला, कुंभ)

वायु राशियों (मिथुन, तुला, कुंभ) के जातकों को इस ग्रहण के दौरान संचार और सामाजिक जीवन में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। यात्राओं में बाधा या विलंब हो सकता है। मित्रों और परिजनों के साथ संबंधों में तनाव आ सकता है। शांत रहने का प्रयास करें और संवाद के माध्यम से समस्याओं का समाधान निकालें।

पृथ्वी राशि (वृष, कन्या, मकर)

पृथ्वी राशियों (वृष, कन्या, मकर) के जातकों के लिए यह ग्रहण आर्थिक मामलों और करियर में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। धन लाभ और पदोन्नति के योग बन रहे हैं। हालांकि, भूमि या संपत्ति से जुड़े मामलों में सावधानी बरतें।

ग्रहण के दौरान क्या करें? (Surya Grahan 8th April 2024)

  • ग्रहण के समय नंगी आंखों से सूर्य को देखना वर्जित माना जाता है। इससे आंखों को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है। सूर्य ग्रहण को देखने के लिए विशेष चश्मों का प्रयोग करें।
  • गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। तनाव और चिंता से बचें। शांत वातावरण में आराम करें।
  • ग्रहण काल के दौरान घर में पूजा-पाठ करना और ईश्वर का ध्यान करना शुभ माना जाता है। वैदिक मंत्रों का जाप भी किया जा सकता है।
  • ग्रहण के बाद स्नान करना और दान करने का विशेष महत्व है। ऐसा करने से ग्रहों की शांति होती है और शुभ फल प्राप्त होते हैं।

ग्रहण के दौरान क्या न करें?

ग्रहण काल को ज्योतिष शास्त्र में एक संवेदनशील समय माना जाता है। इस दौरान कुछ कार्यों को करने से बचना चाहिए, जिनका उल्लेख नीचे किया गया है:

  • ग्रहण के दौरान भोजन करना वर्जित माना जाता है। ऐसा करने से पाचन संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ग्रहण समाप्त होने के बाद ही भोजन ग्रहण करना चाहिए।
  • ग्रहण काल के दौरान सोना अशुभ माना जाता है। इस दौरान जागरण करके ईश्वर का ध्यान करना और मंत्र जप करना फलदायी होता है।
  • ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है। जैसे विवाह समारोह, गृह प्रवेश, मुंडन संस्कार आदि शुभ कार्यों को ग्रहण काल में आयोजित नहीं करना चाहिए।
  • गर्भवती महिलाओं को तेज धार वाली वस्तुओं का प्रयोग नहीं करना चाहिए। साथ ही, नकारात्मक विचारों से दूर रहना चाहिए।
  • ग्रहण के दौरान वाहन चलाने से बचना चाहिए। यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो सावधानीपूर्वक वाहन चलाएं और जल्दबाजी न करें।

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सूर्य ग्रहण

सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है, जो तब घटित होती है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है। चंद्रमा की छाया पृथ्वी पर पड़ती है, जिसके कारण पृथ्वी के कुछ भागों में सूर्य का प्रकाश अवरुद्ध हो जाता है। पूर्ण सूर्य ग्रहण के दौरान, चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक लेता है, जिससे दिन में कुछ समय के लिए अंधकार छा जाता है।

वैज्ञानिकों के अनुसार, सूर्य ग्रहण का पृथ्वी के वातावरण और मौसम पर भी थोड़ा प्रभाव पड़ता है। ग्रहण के दौरान तापमान में थोड़ी गिरावट देखी जा सकती है। सूर्य ग्रहण का ज्वार-भाटे पर भी थोड़ा प्रभाव पड़ सकता है।

ज्योतिषीय उपाय

कुछ ज्योतिषीय उपाय भी बताए गए हैं, जिन्हें ग्रहण के दौरान या बाद में किया जा सकता है। इन उपायों को करने से ग्रहों की शांति होती है और ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों से बचा जा सकता है।

  • ग्रहण के बाद स्नान करना और दान करना शुभ माना जाता है। गरीबों और जरूरतमंदों को अनाज, वस्त्र या दक्षिणा आदि का दान किया जा सकता है।
  • ग्रह शांति के लिए “ॐ आदित्याय नमः” मंत्र का जप किया जा सकता है। इस मंत्र का जप करने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं और शुभ फल प्राप्त होते हैं।
  • रुद्राभिषेक करना भी ग्रह शांति के लिए एक प्रभावी उपाय माना जाता है। रुद्राभिषेक भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। ऐसा करने से ग्रहों की अशुभता दूर होती है और जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।

सावधानी ही सर्वोत्तम

ग्रहण को लेकर लोगों में कई तरह की धारणाएं प्रचलित हैं। हालांकि, सूर्य ग्रहण को लेकर अनावश्यक भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। ज्योतिषीय शास्त्र में बताए गए उपायों को करना वैकल्पिक है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ग्रहण के दौरान बताई गई सावधानियों का पालन किया जाए, खासकर सूर्य को नंगी आंखों से न देखने का नियम जरूर याद रखें।

आशा है, यह लेख आपको 8 अप्रैल 2024 के दुर्लभ सूर्य ग्रहण के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करता है।

8 अप्रैल 2024 को लगने वाला पूर्ण सूर्य ग्रहण एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है। यह ग्रहण भारत सहित विश्व के कई देशों में दिखाई देगा। ज्योतिष शास्त्र में इस ग्रहण का सभी राशियों पर प्रभाव पड़ने की संभावना है। ग्रहण के दौरान कुछ सावधानियां बरतना आवश्यक है। वहीं, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सूर्य ग्रहण का अध्ययन ब्रह्मांड के रहस्यों को समझने में सहायक होता है। आशा है, यह लेख आपको सूर्य ग्रहण से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जानकारी प्रदान करता है।

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पूछे जाने वाले प्रश्न

8 अप्रैल 2024 को लगने वाला सूर्य ग्रहण किस प्रकार का ग्रहण होगा?

8 अप्रैल 2024 को लगने वाला सूर्य ग्रहण एक पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। इसका मतलब है कि चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक लेगा, जिससे दिन में कुछ समय के लिए अंधकार छा जाएगा। यह एक दुर्लभ खगोलीय घटना है, जो 54 साल बाद घटित हो रही है।

इस सूर्य ग्रहण का ज्योतिषीय प्रभाव क्या होगा?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 8 अप्रैल 2024 का सूर्य ग्रहण सभी राशियों पर प्रभाव डाल सकता है। मीन राशि में चतुर्ग्रही योग बन रहा है, जिसका प्रभाव सबसे अधिक जल राशियों (मीन, कर्क, वृश्चिक) पर पड़ने की संभावना है। कुछ राशियों के जातकों को धन लाभ और करियर में तरक्की के योग बन रहे हैं, जबकि कुछ राशियों को स्वास्थ्य और धन के मामले में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। ज्योतिषी ग्रहण के दौरान कुछ उपाय करने की भी सलाह देते हैं, जैसे पूजा-पाठ करना, दान करना और ग्रहण के बाद स्नान करना।

सूर्य ग्रहण के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ सावधानियां बरतना आवश्यक है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि नंगी आंखों से सूर्य को नहीं देखना चाहिए। सूर्य ग्रहण को देखने के लिए विशेष सौर फिल्टर या टेलिस्कोप का प्रयोग करें। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। तनाव और चिंता से बचें। शांत वातावरण में आराम करें। ग्रहण काल के दौरान भोजन करना और सोना वर्जित माना जाता है। ग्रहण समाप्त होने के बाद ही भोजन ग्रहण करना चाहिए और जागरण करके ईश्वर का ध्यान करना शुभ माना जाता है।

Ankit Singh

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