Serbian Tennis Star Dejana Radanovic Criticises Indian Food: सर्बियाई टेनिस खिलाड़ी देजाना राडानोविक(Dejana Radanovic), जो नोवाक जोकोविच(Novak Djokovic) की टीम का भी हिस्सा हैं, ने भारत में अपने अनुभव को लेकर विवादित टिप्पणी की है। उन्होंने भारतीय भोजन, यातायात और स्वच्छता की आलोचना करते हुए कहा कि वे “भारत में कभी नहीं खाना चाहेंगी।”
राडानोविक ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक रील पोस्ट की, जिसमें उन्होंने भारत में “कभी न खाने-पीने लायक 10 चीजें” गिनाईं। उन्होंने लिखा, “पिछली बार जब मैंने यहां फल खाए थे तो मुझे फूड पॉइजनिंग हो गई थी, इसलिए इस बार नहीं।” उन्होंने तकिए के कवरों को “पीला” और “गंदा” बताया और कहा कि उन्हें “एलर्जी” हो गई थी।
राडानोविक ने अपनी रील को “एडिओस इंडिया, फिर कभी नहीं मिलूंगी” के साथ कैप्शन दिया।
देजाना राडानोविक(Dejana Radanovic) की पोस्ट
उनकी टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और भारतीय प्रशंसकों ने उनकी आलोचना की। कई लोगों ने उन्हें “नस्लीय” और “असम्मानजनक” बताया।
यहां कुछ ट्वीट्स हैं जो राडानोविक की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हैं:
- “देजाना राडानोविक, आप एक नस्लीय और असभ्य व्यक्ति हैं। भारत में आपका स्वागत नहीं है।”
- “आपको भारत की संस्कृति और विविधता का सम्मान करना चाहिए।”
- “आपकी टिप्पणी निराशाजनक और शर्मनाक है।”
राडानोविक ने बाद में अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी और कहा कि उनका “कोई इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था।”
उन्होंने कहा, “मैं भारत में अपने अनुभव के बारे में अपनी राय व्यक्त कर रही थी। मैं समझती हूं कि मेरे शब्दों को कुछ लोगों ने नकारात्मक रूप से लिया होगा, और इसके लिए मैं माफी मांगती हूं।”
यह घटना भारत में नस्लवाद और पूर्वाग्रह के मुद्दे पर प्रकाश डालती है।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि हर व्यक्ति का अनुभव अलग होता है और किसी भी देश या संस्कृति के बारे में सामान्यीकरण करना उचित नहीं है।
हमें सभी के प्रति सम्मानजनक और सहिष्णु होना चाहिए, चाहे उनकी जाति, धर्म, या राष्ट्रीयता कुछ भी हो।
यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि राडानोविक एक पेशेवर एथलीट हैं और उनके शब्दों का उनके प्रशंसकों और युवा खिलाड़ियों पर प्रभाव पड़ सकता है।
उन्हें भविष्य में अधिक सावधान रहना चाहिए और अपनी टिप्पणियों पर विचार करना चाहिए।
यह घटना भारत और सर्बिया के बीच संबंधों को भी प्रभावित कर सकती है।
दोनों देशों के बीच मजबूत राजनयिक और सांस्कृतिक संबंध हैं, और यह महत्वपूर्ण है कि हम इस घटना को इन संबंधों को नकारात्मक रूप से प्रभावित न करने दें।
हमें एक दूसरे के प्रति सम्मान और समझदारी दिखानी चाहिए और इस घटना को एक सीखने के अनुभव के रूप में उपयोग करना चाहिए।
यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि हमें सभी के प्रति सम्मानजनक और सहिष्णु होना चाहिए, चाहे उनकी जाति, धर्म, या राष्ट्रीयता कुछ भी हो।
यह भी हमें याद दिलाता है कि हमें अपनी टिप्पणियों पर विचार करना चाहिए और उन्हें सार्वजनिक रूप से कहने से पहले उनके प्रभाव के बारे में सोचना चाहिए।
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