इंग्लैंड के कप्तान जो रूट का भारतीय धरती पर प्रदर्शन एक बार फिर सवालों के घेरे में है। पिछले दौरे के हीरो से फ्लॉप शो में तब्दील हुए रूट हैदराबाद टेस्ट में बुरी तरह फेल हुए, जिससे इंग्लैंड की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। आइए एक नजर डालते हैं रूट के निराशाजनक प्रदर्शन और मैच की ताजा स्थिति पर।
2012 में डेब्यू के बाद से लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले रूट पिछले नौ पारियों से लगातार फ्लॉप हो रहे हैं। हैदराबाद टेस्ट में भी उनका बल्ला नहीं चला और वह कुल 31 रन ही बना सके। पहली पारी में 29 रन बनाकर आउट होने के बाद दूसरी पारी में वह महज 2 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। रवींद्र जडेजा और जसप्रीत बुमराह के सामने उनके पैर बंधे दिखे, जिनसे वह लगातार आउट होते रहे हैं।
जसप्रीत बुमराह रूट के लिए किसी दुःस्वप्न से कम नहीं रहे हैं। पिछले 19 पारियों में बुमराह के हाथों सातवीं बार आउट होने वाले रूट उनका सामना करने में असहज नजर आते हैं। 245 रन के कुल स्कोर के साथ रूट का बुमराह के खिलाफ औसत मात्र 35.00 का है। लगातार आउट होने से रूट का आत्मविश्वास डगमगाता दिख रहा है, जिसका सीधा असर उनके प्रदर्शन पर पड़ रहा है।
भारत के पिछले दौरे पर एक शानदार दोहरा शतक जड़ कर हीरो बने रूट इस बार पूरी तरह फ्लॉप साबित हो रहे हैं। पिछले नौ पारियों में उनका स्कोर क्रमशः 218, 40, 6, 33, 17, 19, 5, 30, 29 और 2 रहा है। भारत में कुल 11 टेस्ट खेल चुके रूट का औसत यहां 46.80 का है, जो विश्वभर में उनके औसत से काफी कम है। लचर फॉर्म से जूझ रहे रूट को जल्द ही वापसी का रास्ता ढूंढना होगा, तभी इंग्लैंड की जीत की उम्मीदें बंध सकती हैं।
रूट के अलावा भी इंग्लैंड के कई बल्लेबाज फेल रहे, जिसके कारण पहली पारी में वो सिर्फ 246 रन ही बना सके। वहीं, भारत ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 436 रन बनाए, जिससे उन्हें 190 रन की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल हुई। बुमराह और अश्विन की घातक गेंदबाजी के सामने इंग्लैंड की दूसरी पारी भी लड़खड़ाती नजर आ रही है। रूट का निराशाजनक प्रदर्शन और भारत की बढ़ती पकड़ को देखते हुए इंग्लैंड के लिए टेस्ट सीरीज जीतना अब एक बड़ी चुनौती बन गई है।
हालांकि, टेस्ट अभी खत्म नहीं हुआ है और क्रिकेट के खेल में किसी भी मोड़ पर स्थिति बदल सकती है। रूट का फॉर्म लौटता है और इंग्लैंड की बल्लेबाजी फायर करती है तो मैच का रुख भी बदल सकता है। लेकिन अब तक की तस्वीर साफ है कि भारत मजबूत स्थिति में है और इंग्लैंड को वापसी के लिए कड़ी मेहनत
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निराशाजनक! रूट दोनों पारियों में फेल रहे, पहली पारी में 29 और दूसरी में मात्र 2 रन बना सके। उनके लगातार फ्लॉप की यह नौवीं पारी है।
भारत की धरती रूट के लिए किसी दुःस्वप्न से कम नहीं है। पिछले 11 टेस्ट में उनका औसत मात्र 46.80 रहा है, जो उनके विश्व औसत से काफी कम है। रवींद्र जडेजा और जसप्रीत बुमराह के सामने वह खासकर परेशान दिखे हैं।
जसप्रीत बुमराह रूट के लिए काल बन गए हैं। 19 पारियों में बुमराह के हाथों सातवीं बार आउट होने वाले रूट उनका सामना करने में बेबस नजर आते हैं। उनका बुमराह के खिलाफ औसत केवल 35.00 है।
मुश्किल लगता है। रूट ही नहीं, इंग्लैंड के कई बल्लेबाज फेल रहे हैं। पहली पारी में सिर्फ 246 रन बनाने के बाद दूसरी पारी में भी बुमराह और अश्विन की गेंदबाजी के सामने टिक पाना मुश्किल दिख रहा है। भारत की बढ़त लगातार बढ़ रही है।
उम्मीद तो की जा सकती है। रूट एक अनुभवी और बेहतरीन बल्लेबाज हैं। टेस्ट अभी खत्म नहीं हुआ है, किसी भी समय खेल पलट सकता है। अगर रूट फॉर्म में लौटते हैं और इंग्लैंड की बल्लेबाजी आग लगाती है, तो मैच का रुख भी बदल सकता है।
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