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राहु की महादशा कितने दिनों की होती है, इसके नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए क्या करें ?

राहु की महादशा कुल 18 वर्षों तक चलती है, जो इसे सभी ग्रहों की महादशाओं में सबसे लंबी अवधि बनाती है। इस लंबे समय के कारण राहु का प्रभाव जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में गहरा हो सकता है।

राहु की महादशा कितने दिनों की होती है, इसके नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए क्या करें ?

राहु महादशा के संभावित नकारात्मक प्रभाव

चूंकि राहु को छाया ग्रह माना जाता है, इसलिए यह जीवन में उतार-चढ़ाव ला सकता है। राहु महादशा के दौरान जातक को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जिनमें शामिल हैं:

  • अस्थिरता: जीवन में अस्थिरता और अनिश्चितता का अनुभव हो सकता है। करियर, रिश्ते या आर्थिक स्थिति में अचानक बदलाव आ सकते हैं।
  • स्वास्थ्य समस्याएं: राहु त्वचा संबंधी रोग, एलर्जी, और पाचन संबंधी समस्याओं जैसी स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है।
  • मानसिक तनाव: राहु के प्रभाव से मानसिक अशांति, चिंता और फोकस में कमी आ सकती है।
  • रिश्तों में परेशानी: राहु पारिवारिक कलह, गलतफहमी और रिश्तों में तनाव पैदा कर सकता है।
  • आर्थिक समस्याएं: राहु आर्थिक नुकसान या वित्तीय परेशानियों का कारण बन सकता है।

राहु महादशा के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के उपाय

यह ध्यान रखना जरूरी है कि राहु महादशा का प्रभाव हर व्यक्ति पर अलग-अलग तरह से पड़ता है। जन्मकुंडली में राहु की स्थिति और अन्य ग्रहों के साथ संबंध यह निर्धारित करते हैं कि राहु का प्रभाव कितना तीव्र होगा। हालांकि, कुछ ज्योतिषीय उपाय अपनाकर राहु के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है:

  • शिव की उपासना: राहु के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए भगवान शिव की पूजा करना बहुत ही लाभदायक माना जाता है।
  • दान: नियमित रूप से गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र या दक्षिणा का दान करना राहु के प्रकोप को शांत करने में सहायक होता है।
  • मंत्र जप: ओम नमः शिवाय या ॐ रां राहवे नमः जैसे मंत्रों का नियमित जाप करना राहु के नकारात्मक प्रभावों को कम करने का एक प्रभावी उपाय है।
  • रत्न धारण: ज्योतिषीय सलाह के अनुसार नीलम या गोमेद धारण करना राहु के दुष्प्रभावों को कम करने में सहायक हो सकता है।

ध्यान रहे कि राहु महादशा के दौरान सकारात्मक पहलुओं को अपनाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। राहु आध्यात्मिकता, ज्ञान और अंतर्ज्ञान को बढ़ाने में सहायक हो सकता है। अतः राहु के नकारात्मक प्रभावों से बचाव के साथ-साथ इन सकारात्मक पक्षों का लाभ उठाने का प्रयास करना भी फलदायी हो सकता है।

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पूछे जाने वाले प्रश्न

 राहु की महादशा कितने समय चलती है?

राहु की महादशा ज्योतिष में सबसे लंबी महादशाओं में से एक है, जो पूरे 18 वर्षों तक चलती है। इतने लंबे समय के कारण राहु का प्रभाव जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में गहरा हो सकता है और जातक को कई तरह के अनुभव हो सकते हैं।

राहु महादशा के नकारात्मक प्रभावों से कैसे बचें?

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि राहु का प्रभाव हर व्यक्ति पर उसकी कुंडली के आधार पर अलग-अलग होता है। हालांकि, कुछ ज्योतिषीय उपायों को अपनाकर राहु के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है। इनमें शामिल हैं – भगवान शिव की पूजा करना, दान करना, राहु के निवारण मंत्रों का जाप करना और ज्योतिषीय सलाह के अनुसार रत्न धारण करना।

क्या राहु महादशा का हमेशा नकारात्मक प्रभाव ही होता है?

राहु महादशा का प्रभाव हमेशा नकारात्मक ही नहीं होता। राहु आध्यात्मिकता, ज्ञान और अंतर्ज्ञान को बढ़ाने में भी सहायक हो सकता है। इसलिए राहु के सकारात्मक पक्षों का लाभ उठाने का प्रयास करना भी फलदायी हो सकता है।

राहु महादशा के दौरान कौन-सी परेशानियां आ सकती हैं?

चूंकि राहु को छाया ग्रह माना जाता है, इसलिए यह जीवन में उतार-चढ़ाव ला सकता है। राहु महादशा के दौरान व्यक्ति को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि – अस्थिरता और अनिश्चितता का अनुभव, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, मानसिक तनाव, रिश्तों में तनाव और आर्थिक परेशानियां।

Ankit Singh

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