मंगलवार 30 जनवरी को मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की सुर्खियों में आजाद इंजीनियरिंग का नाम सबसे ऊपर रहा। कंपनी के शेयरों में 20% की अपर सर्किट लग गई, जिसके बाद यह ₹854.30 के ऐतिहासिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। पिछले कारोबारी सत्र में भी 5.30% की बढ़त के बाद आज आई तेजी ने निवेशकों को उत्साहित कर दिया है। आइए जानते हैं इस उछाल के पीछे के प्रमुख कारणों को:
आजाद इंजीनियरिंग ने रोल्स-रॉयस के साथ 7 साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया
इस तेजी का सबसे बड़ा कारण कंपनी को दिग्गज एयरोस्पेस कंपनी रोल्स-रॉयस से मिला बड़ा ऑर्डर है। सोमवार को शेयर बाजार को मिली जानकारी के अनुसार, आजाद इंजीनियरिंग ने रोल्स-रॉयस के साथ 7 साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है। इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत कंपनी डिफेंस और मिलेट्री एयरक्राफ्ट के लिए जरूरी इंजन पार्ट्स का निर्माण करेगी। यह कॉन्ट्रैक्ट न केवल कंपनी के राजस्व में वृद्धि लाएगा बल्कि भविष्य के लिए मजबूत आधार भी तैयार करेगा।
खेल जगत के दिग्गजों का भरोसा, निवेशकों का उत्साहन
क्रिकेट के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल, क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण और बैडमिंटन ओलिंपियन पी वी सिंधु जैसे खेल जगत के दिग्गजों ने भी आजाद इंजीनियरिंग में निवेश किया है। सचिन तेंदुलकर ने तो पिछले 10 महीनों में ही कंपनी में 5 करोड़ रुपये का निवेश किया है। ऐसे बड़े नामों का भरोसा निवेशकों के उत्साह को और बढ़ा रहा है।
हालिया आईपीओ की सफलता, मजबूत भविष्य का संकेत
पिछले महीने ही आजाद इंजीनियरिंग का आईपीओ बाजार में आया था और इसे निवेशकों का शानदार रिस्पॉन्स मिला था। 499 रुपये से 524 रुपये प्रति शेयर के प्राइस बैंड के साथ लाए गए इस आईपीओ को सब्सक्राइब्ड भी किया गया था। यह मजबूत शुरुआत कंपनी के मजबूत भविष्य का संकेत देती है।
निष्कर्ष olarak, आजाद इंजीनियरिंग के शेयरों में आई उछाल के पीछे रोल्स-रॉयस से बड़ा ऑर्डर, खेल जगत के दिग्गजों का निवेश और सफल आईपीओ जैसे मजबूत कारण हैं। भविष्य में कंपनी के कारोबार में वृद्धि की उम्मीद है, जिससे शेयरों की कीमतों में भी तेजी का सिलसिला जारी रह सकता है। हालांकि, निवेश से पहले बाजार के जोखिमों को समझना और सावधानी से निर्णय लेना जरूरी है।
यह भी पढ़ें
लक्षद्वीप का तूफान, मालदीव में भारतीय सफर पर लगा ब्रेक
पूछे जाने वाले प्रश्न
आजाद इंजीनियरिंग के शेयरों में अचानक इतनी तेजी क्यों आई?
कंपनी ने एयरोस्पेस दिग्गज रोल्स-रॉयस के साथ 7 साल का कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया है, जिसके तहत वह रक्षा और सैन्य विमानों के इंजन के महत्वपूर्ण पार्ट्स बनाएगी। यह करार कंपनी के राजस्व और भविष्य की संभावनाओं को मजबूत करता है। सचिन तेंदुलकर, साइना नेहवाल, वीवीएस लक्ष्मण और पी वी सिंधु जैसे प्रसिद्ध खिलाड़ियों का कंपनी में निवेश ने बाजार का सकारात्मक रुख दर्शाया। उनके भरोसे ने निवेशकों का उत्साह बढ़ाया।
क्या अब भी आजाद इंजीनियरिंग में निवेश करना अच्छा है?
रोल्स-रॉयस करार से ऑर्डर बुक मजबूत हुई है, जिससे लगातार वृद्धि के आसार हैं। हालिया आईपीओ को निवेशकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला, जो कंपनी के प्रति भरोसा दर्शाता है। रक्षा और वाणिज्यिक विमानन दोनों क्षेत्रों में वृद्धि की उम्मीद है, जिससे कंपनी लाभान्वित हो सकती है।
आजाद इंजीनियरिंग में निवेश के जोखिम क्या हैं?
शेयर बाजार अस्थिर है, जिसका सीधा असर कंपनी के शेयरों पर पड़ सकता है। एयरोस्पेस क्षेत्र में बड़ी और स्थापित कंपनियां भी मौजूद हैं, जो कड़ी प्रतिस्पर्धा पेश करती हैं। वैश्विक या घरेलू आर्थिक मंदी का असर एयरोस्पेस क्षेत्र पर भी पड़ सकता है।
आजाद इंजीनियरिंग का भविष्य कैसा दिखता है?
रोल्स-रॉयस करार, मजबूत बुनियादी संरचना और एयरोस्पेस बाजार की वृद्धि के कारण भविष्य सकारात्मक दिखता है। हालांकि, बाजार के जोखिमों को ध्यान में रखना जरूरी है।
निवेश करने से पहले मैं क्या करूं?
निवेश का निर्णय लेने से पहले, वित्तीय सलाहकार से सलाह लें और कंपनी के बारे में विस्तृत शोध करें। बाजार के जोखिमों को समझें और अपनी वित्तीय स्थिति के अनुरूप रणनीति बनाएं। याद रखें, किसी भी निवेश में लाभ की गारंटी नहीं होती है और सावधानीपूर्वक निर्णय लेना जरूरी है।